भारी बारिश के बाद हुए जलजमाव से पटना को राहत मिल गई है, लेकिन उससे उत्पन्न परेशानियां यथावत हैं। शहर के कुछ इलाकों में तो अभी तक पानी भी जमा है। इससे आक्रोशित लोगों ने रविवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुुमार मोदी के राजेंद्र नगर स्थित निजी आवास पर पहुंचकर हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर मामला शांत कराया। सुशील मोदी के आवास से निकलकर लोग जब बांकीपुर अंचल कार्यालय पहुंचे तो वहां ताला लटका देखकर और भड़क गए।
प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर लोग जलजमाव से प्रभावित रहे राजेंद्र नगर के निवासी थे। उन्होंने जलजमाव के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई में विलंब पर सवाल उठाए हैं। उधर, पटना के सगुना मोड़ और खागौल रोड पर भी लोगों ने प्रदर्शन किया।
मेयर व वार्ड पार्षदों के साथ विधायकों के खिलाफ भी फूटा गुस्सा
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पटना डेंगू सहित कई सारी बीमारियों का घर होता जा रहा है। ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। जहां ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव हो भी रहा है, वहां उसकी क्वालिटी घटिया है।
प्रदर्शन के दौरान लोगों का गुस्सा मेयर और वार्ड पार्षदों के साथ विधायकों के खिलाफ भी फूटा।
मेयर ने दूसरे के पाले में डाली गेंद
राजधानी के लोगों ने आरोप लगाया है कि इस बार पटना नगर निगम ने नालों की सफाई ठीक तरह से नहीं कराई, इसी वजह से पटना डूबा। इसपर मेयर सीता साहू ने शनिवार को नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिख नालों की सफाई की जांच कराने की मांग कर दी। प्रधान सचिव को भेजे गए अपने पत्र में मेयर ने कहा कि राजधानी के नालों की सफाई नगर निगम के पदाधिकारियों के पर्यवेक्षण व देखरेख में होती है, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिग भी कराई जाती है। ऐसे में नालों की सफाई की जांच करा ली जाए। इसमें दोषी पाए जाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए।