सीतामढ़ी से एक दिल को दहला देने वाली खबर आ रही है, जहां केंद्रीय विद्यालय के पाचवीं कक्षा के एक मासूम बच्चे ने अपने टीचर और प्रिंसिपल की प्रताड़ना से तंग आकर अपनी जान दे दी है। कहा जा रहा है कि स्कूल के शिक्षक और प्रिंसिपल ने बच्चे पर चोरी करने का आरोप लगा कर उसे तरह-तरह से प्रताड़ित किया था, जिससे आहत होकर बच्चे ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली है।
सीतामढ़ी जिले के पुनौरा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव के रहने वाले 10 साल के मासूम बच्चे ने देर रात सीतामढ़ी सदर अस्पताल में दम तोड़ दिया। घटना के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।
डीएसपी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाला छात्र प्राइवेट हॉस्टल में रहता था। छात्र के परिजनों ने आरोप लगाया है कि स्कूल के शिक्षक और प्रिंसिपल उसे प्रताड़ित करते थे। उसपर उन्होंने कई बार चोरी का आरोप भी लगाया था। जिसकी वजह से परेशान छात्र ने अपनी जान दे दी।यह जांच का विषय है और मौके पर एफएसएल की टीम बुलायी गई है।
बच्चे के पिता ने बताया है कि मेरे बेटे ने कई बार शिकायत की थी कि उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। इसे लेकर उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल से मुलाकात की तो उन्होंने आश्वासन दिया था कि एेसा अब नहीं होगा। पिता ने रोते हुए बताया कि मेरे बच्चे पर चोरी का आरोप लगाया गया था, जिसके बाद शिक्षक और प्रधानाचार्य ने उसकी पिटाई की थी। उन्होंने उसके पास से 400 रुपये बरामद किए थे और उसे दंडित किया गया था । उसे कहा गया था कि अगर तुम पैसे नहीं दे सकते तो स्कूल मत आना। छोटा बच्चा ये सब झेल नहीं पाया और उसने जान दे दी।
बच्चे की मौत के बाद सीतामढ़ी सदर अस्पताल के बाहर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजनों को पता तक नहीं चला और उनके मासूम बच्चे ने मानसिक प्रताड़ना झेल कर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद सदर डीएसपी सहित थाने की पुलिस पहुंचकर मामले की जांच कर रही है।
ये है मामला….
सीतामढ़ी जिले के परिहार थाना क्षेत्र के सुतिहारा (जवाहर नगर) स्थित केंद्रीय विद्यालय के कक्षा पांच के एक छात्र की बुधवार की रात जहर खाने से मौत हो गयी। वह नगर थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव निवासी सुशील कुमार का 12 वर्षीय पुत्र सतीश कुमार था।
बताया गया कि सतीश केंद्रीय विद्यालय के पास स्थित सपना लॉज नामक हॉस्टल में अन्य छात्रों के साथ रहता था। बुधवार को हॉस्टल के एक छात्र का पैसा गायब हो गया। इसके बाद छात्रों ने शिकायत दर्ज कराई। शिक्षक ने उससे पूछताछ की। जहां उसने पैसे चोरी की बात स्वीकारी। शिक्षक ने पिता को बुलवाने और पैसे लेने की बात कहीं। वह कमरे में आ गया। कुछ देर बाद बाथरूम में थाइमेट लेकर जाते दिखा। एक साथी ने उसे रोका। लेकिन, उसने बहाना बना दिया।
साथी उसे लेकर अपने कमरे में गये। जहां उससे पैसे के बारे में पूछा। उसने पैसे लेने की बात स्वीकारी। वह रोने लगा। साथी छात्र ने अपने मोबाइल से उसके पिता को कॉल कर जानकारी दी। पिता से बात भी कराई। पिता ने अगले दिन आने की बात कही। इस दौरान सतीश ने पिता से गलती होने की बात कही। कुछ देर बाद सतीश की मां का कॉल आया। साथी उसकी मां से बात करने छत पर चले गये।
जब वे लौटे तो उसे उल्टी करते पाया। इसके बाद हॉस्टल संचालक ने वाहन पर लाद कर सदर अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सक ने मृत करार दिया। सूचना के बाद एसडीपीओ सदर डॉ. कुमार वीर धीरेंद्र आदि ने सदर अस्पताल पहुंच कर जांच शुरू की।