ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने साफ किया है कि देश के मुसलमानों को बाबरी मस्जिद-रामजन्मभूमि विवाद में भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रहमणयम स्वामी का दखल किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं होगा।
बोर्ड के नव निर्वाचित सचिव व ऑल इण्डिया बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक जफरयाब जीलानी ने ‘हिन्दुस्तान’ से बातचीत में कहा-‘हम सुब्रहमण्यम स्वामी को अयोध्या विवाद में पक्षकार मानने से इनकार करते हैं।’
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जीलानी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन मुकदमे की सुनवाई के सिलसिले में सुब्रहमण्यम स्वामी ने जो अर्जी दाखिल की है उसका पुरजोर विरोध किया जाएगा क्योंकि उनका इस मामले में कोई दखल बनता ही नहीं है।
जीलानी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई में हिन्दू पक्ष की ओर से चार पक्षकार हैं-भगवान श्रीरामलला, निर्मोही अखाड़ा, हिन्दू महासभा और राजेन्द्र सिंह। इसके अलावा अगर कोई पांचवा पक्षकार बनता है तो वह स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या विवाद की जल्द सुनवाई की मांग मुसलमानों की तरफ से भी की जाती रही है।
मुसलमान भी चाहते हैं कि देश की सर्वोच्च अदालत से यह मुकदमा जल्द से जल्द निस्तारित किया जाएगा। मगर अब हाईकोर्ट के फैसले पर स्थगनादेश देने के बाद सुप्रीम कोर्ट में यह मुकदमा जिस स्तर पर आ गया है वहां इसमें कोई नया वितण्डा खड़ा किए जाने की कोई गुंजाईश नहीं रह गयी है।