सदस्यता अभियान के बहाने राजद भी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गया है। अरसे बाद 16 अगस्त को पार्टी के सभी विधायकों एवं जिलाध्यक्षों की बैठक प्रस्तावित है, जिसमें सदस्यों की संख्या बढ़ाने एवं चुनाव की रणनीति पर विमर्श होगा। बैठक की अध्यक्षता पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी करेंगी। लोकसभा चुनाव में हार के कारणों की पड़ताल करने के लिए 28 मई को हुई बैठक के बाद पहली बार राजद के विधायक और जिलाध्यक्ष साथ-साथ बैठेंगे।
बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के शिरकत करने को लेकर अभी तक संशय की स्थिति है। हालांकि, पार्टी नेताओं का दावा है कि तेजस्वी का आना भी तय है, लेकिन हाल की कुछ बैठकों एवं कार्यक्रमों में पहले से तय रहने के बावजूद आखिरी वक्त पर नेता प्रतिपक्ष के नहीं आने से कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है।
बहरहाल, चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर सभी विधायकों को पार्टी की ओर से प्रत्येक बूथ पर कम से कम चार-चार सक्रिय सदस्य बनाने की जिम्मेवारी सौंपी गई है। विधायकों को इसका महत्व भी समझाया गया है, जिसके बाद नेतृत्व को उम्मीद है कि बिहार में 50 लाख अतिरिक्त सदस्य बनाना संभव हो सकेगा।
अभी राजद के 60 लाख सदस्य होने का दावा किया जाता है और पार्टी नेतृत्व 10 अक्टूबर तक अभियान चलाकर सदस्यों की संख्या को एक करोड़ के पार पहुंचाने की तैयारी में जुट गया है।