नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बुधवार को बड़ा एेलान किया है और साफ कर दिया है कि वह किसी भी हाल में भाजपा और जदयू के साथ नहीं जाएंगे। पार्टी के अल्संख्यक प्रकोष्ठ की बैठक में उन्होंने साफ कहा कि मैं लालू यादव का बेटा हूं, मेरे शरीर में लालू प्रसाद का खून है। मैं भी पिता की तरह मनुवादी या साम्प्रदायिक शक्ति से कोई समझौता नहीं कर सकता। जनादेश न मानने वालों के भी मैं कभी नहीं जा सकता। मुझे कन्हैया और पप्पू यादव मंजूर हैं, लेकिन नीतीश कुमार और भाजपा कतई मंजूर नहीं।
तेजस्वी को कन्हैया और पप्पू यादव से परहेज नहीं
लोकसभा चुनाव में कन्हैया कुमार और पप्पू यादव से दूरी बनाने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को दोनों से अब कोई परहेज नहीं है। तेजस्वी ने कहा कि उन्हें सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से परहेज है। अगर पप्पू यादव और कन्हैया महागठबंधन में आना चाहते हैं तो विचार किया जाएगा। मीडिया को दिए बयान में तेजस्वी ने कहा कि कि नीतीश कुमार को लेकर राजद में नाराजगी है। राजद के लोग नहीं चाहते कि नीतीश महागठबंधन में आएं।
दो महीने बाहर रहा तो साजिश रची गई
इसके पहले तेजस्वी ने अपने सरकारी आवास पर बुधवार को राजद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की बैठक की। राजद की मजबूती पर जोर दिया और कहा कि बीमारी के कारण वह दो महीने बाहर रहे तो साजिश के तहत प्रचारित किया गया। लोगों को भ्रमित किया गया।
लालू की तरह ही कभी भी मनुवादी ताकतों से समझौता नहीं करूंगा
तेजस्वी ने कहा कि लालू प्रसाद की तरह मैं भी मनुवादी ताकतों से समझौता नहीं करूंगा। समाज में जहर घोला जा रहा है। हमें मिलजुल कर ऐसी घटनाओं को रोकना है। इसके लिए संगठन को मजबूत करना होगा। उन्होंने फिर दोहराया कि राजद में हर तबके, संप्रदाय और जाति को तरजीह दी जाएगी।
तेजस्वी ने कहा कि असल मुद्दे से लोगों को भटकाया जा रहा है। बेरोजगारी, गरीबी, महंगाई और मंदी पर चर्चा न करके हिंदू-मुस्लिम, पाकिस्तान और कश्मीर पर चर्चा की जा रही है।
अपने आवास एक पोलो रोड पर आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी, गरीबी, मंगाई, आर्थिक मंदी पर बात नहीं होती है। लोगों को असल मुद्दे से भटकाया जा रहा है। संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है। लालू प्रसाद ने अपने विचार और सिद्धांत से समझौता नहीं किया।