लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ महागठबंधन में गतिविधियां तेज हो गईं हैं। मगर ये केवल बैठकों एवं दलों के बीच बातचीत तक ही सीमित हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की चुनावी मुहिम बीते तीन मार्च को गांधी मैदान में रैली के साथ विधिवत शुरू हो चुकी है, जबकि महागठबंधन में इसकी शुरुआत का इंतजार है। महागठबंधन में सीट शेयरिंग के फैसले के बाद दो-तीन दिनों बाद चुनावी अभियान आरंभ हो जाएगा।
लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ महागठबंधन में गतिविधियां तेज हो गईं हैं। मगर ये केवल बैठकों एवं दलों के बीच बातचीत तक ही सीमित हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की चुनावी मुहिम बीते तीन मार्च को गांधी मैदान में रैली के साथ विधिवत शुरू हो चुकी है, जबकि महागठबंधन में इसकी शुरुआत का इंतजार है। महागठबंधन में सीट शेयरिंग के फैसले के बाद दो-तीन दिनों बाद चुनावी अभियान आरंभ हो जाएगा।
सीटों पर फैसला के बाद शुरू होगा चुनावी अभियान
महागठबंधन में गुरुवार तक हो जाएगा फैसला
अभी तक केवल रालोसपा का चुनाव उअभियान शुरू
महागठबंधन में अभी केवल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने ही चुनिंदा सीटों पर अपनी चुनावी मुहिम आरंभ कर रखी है।
इन सिटिंग सांसदों को मिल सकता मौका
महागठबंधन में अभी जो सिटिंग सांसद हैं, उनमें रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा एवं राम कुमार शर्मा शामिल हैं, जबकि रालोसपा टिकट पर पिछला लोकसभा चुनाव जीतने वाले प्रो. अरुण कुमार अभी उपेंद्र कुशवाहा के साथ नहीं हैं। वे अभी राष्ट्रीय समता पार्टी के संयोजक हैं।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से सरफराज अहमद, बुलो मंडल और जयप्रकाश नारायण यादव अभी सांसद हैं। जबकि, राजद के टिकट पर चुनाव जीतने के पश्चात पप्पू यादव ने अपनी अलग पार्टी बना ली है। कांग्रेस में रंजीत रंजन सिटिंग सांसद हैं। जबकि, कटिहार से सांसद तारिक अनवर राकांपा छोड़ कांग्रेस में आ चुके हैं। इन सिटिंग सांसदों को एक बार फिर चुनाव लडऩे का मौका मिल सकता है।