नई दिल्ली। इजरायल के राष्ट्रपति र्यूवेन रिवलिन का मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। यूर्वेन रिवलिन का स्वागत करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी राष्ट्रपति भवन में उपस्थित थे। इजरायल के राष्ट्रपति ने इस मौके पर कहा कि राष्ट्रपति मुखर्जी का अतिथि बनकर वह बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं और उनके लिए भारत आना एक गौरवान्वित कर देने वाला अवसर है।
इजरायल के राष्ट्रपति र्यूवेन रिवलिन ने एक दिन पहले सोमवार को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को पूरा सहयोग देने की प्रतिबद्धता जताई थी। साथ ही उन्होंने कहा थी कि भारत एवं इजरायल की मित्रता लंबे समय से सतत रूप से चल रही है और यह ऐसा संबंध नहीं है जिसे हमें छिपाने की जरूरत पड़े। रिवलिन आठ दिनों की भारत यात्रा पर सोमवार को यहां पहुंचे थे। पिछले करीब 20 साल में किसी इजरायली राष्ट्रपति की यह पहली भारत यात्रा है।
इस्राइली राष्ट्रपति ने पीटीआई ‘भाषा’ को दिये साक्षात्कार में विभिन्न मुद्दों पर बोलते हुए स्वीकार किया कि फलस्तीन मुद्दे पर भारत के साथ मतभेद हैं लेकिन उन्होंने भारत इजरायल के बढ़ते संबंधों के बारे में गर्मजोशी से बोला क्योंकि दोनों देश अगले वर्ष उनके राजनयिक संबंध कायम होने के 25 वर्ष मनाने की तैयारी कर रहे हैं।
उनसे यह सवाल किया गया कि क्या इजरायल में यह बात दबे छिपे स्वरों में कही जाती है कि भारत अरब के साथ अपने करीबी संबंधों एवं घरेलू राजनीतिक सरोकारों के कारण उसके साथ अपने संबंधों की अधिक चर्चा करना पसंद नहीं करता। इस पर रिवलिन ने कहा, ‘इजरायल को भारत के साथ उसकी मित्रता पर गर्व है और मेरा मानना है कि भारत को भी इजरायल के साथ उसकी मित्रता पर गर्व है।’
रिवलीन के साथ व्यवसायियों का एक बड़ा शिष्टमंडल भी आया है। उन्होंने दावा किया कि भारत-इजरायल के संबंध तेजी से बढ़ रहे हैं और इनका और भी विकास होने की गुंजाइश है। उन्होंने कहा कि इजरायल ने विशेष तौर पर प्रधानमंत्री मोदी की पहल ‘मेक इन इंडिया’ की सराहना की है।