जम्मू के सांबा में एक शख्स को पाकिस्तान को गोपनीय जानकारी देने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। पकड़ा गया पंकज शर्मा नाम का शख्स पाकिस्तानी इंटेलीजेंस एजेंसियों के लिए काम करता था और कई सालों से उनके संपर्क में था। उसने पैसों के लालच में जम्मू, सांबा और कठुआ के कई गोपनीय फोटो और वीडियो पाकिस्तान भेजे थे। वह सोशल मीडिया की मदद से ये सब कर रहा था। शर्मा ने पूछताछ में सारी बातों के खुलासा किया है।
उसने जांच एजेंसियों को बताया कि उसने सीमा के पास नेशनल हाईवे पर बने कुछ पुलों की तस्वीरें पाकिस्तान में साझा की हैं। इसके बदले में उसे दो बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए गए। संदेह के घेरे में आने पर शर्मा के बैंक अकाउंट्स की जांच की गई।
बता दें कि बीते साल आंध्रप्रदेश के विशाखपटनम में 7 नेवी अधिकारियों और एक हवाला कारोबारी के रैकेट का भांडाफोड़ हुआ था। खुफिया एजेंसियों को शक था कि आरोपियों ने नौसेना के ऑपरेशन की जानकारी पाकिस्तान को दी थी।
अधिकारी ने कहा कि आरोपी पिछले कुछ वर्षों से पाकिस्तान स्थित अपने आकाओं के संपर्क में था और पैसों के लालच में उन्हें जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों के संवेदनशील ठिकानों के चित्र और वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से भेजता था।
अधिकारी ने कहा कि आरंभिक जांच में आरोपी के दो बैंक खातों में धन के लेनदेन का पता चला है। आरोपी के खिलाफ कानून की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और आगे की कार्रवाई के लिए उसे त्रिकुटा नगर थाना पुलिस को सौंप दिया गया है।
भारत ऐसी त्वरित प्रतिक्रिया पर ध्यान दे रहा है जो युद्ध में तब्दील न हो : सेना प्रमुख
पश्विमी और उत्तरी सीमाओं पर अपनी रक्षा योजनाओं और पारंपरिक कौशल को धार देने के साथ ही भारत अब इन क्षेत्रों में ऐसी त्वरित प्रतिक्रिया पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जो युद्ध में तब्दील न हो। भारत की उत्तरी सीमा चीन और पश्चिमी सीमा पाकिस्तान के साथ लगती है। सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने ‘जमीनी युद्ध विषय पर बुधवार को यहां आयोजित सम्मेलन में कहा कि बालाकोट में की गई हवाई कार्रवाई दिखाती हैं कि अगर आप कुशल हैं तो जरूरी नहीं कि बढ़ा हुआ तनाव हमेशा युद्ध में तब्दील हो । इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकियों, लेजर और सेना के संभावित प्रयोग के लिए ऊर्जा संचालित हथियारों के इस्तेमाल पर विचार कर रही है।
जनरल नरवणे ने कहा,“भारतीय सेना के तौर पर हमने भारतीय संदर्भो में, संघर्ष के संपूर्ण स्वरूप में युद्ध के बदलते चरित्र का सावधानी से विश्लेषण किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि ‘ग्रे जोन और उससे संबंधित विभिन्न रूपों पर हम अत्यधिक ध्यान दे रहे हैं।