तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता का मंगलवार शाम चेन्नई के मनीरा बीच पर पूरी राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अाय से अधिक संपत्ति के मामले में फंसी रही जयललिता का कोई आश्रित नहीं है, ऐसे में उनके संपत्ति का वारिस कौन होगा, इसे लेकर अभी सस्पेंस है। एक नजर डालते हैं जयललिता की संपत्तियों और उनके संभावित वारिसों पर:
पोएस गार्डन में वेद निलयम नाम से एक 24,000 वगफीट की रिहाइशी संपत्ति की कीमत 43.96 करोड़ रुपए है। यह संपत्ति उनकी मां ने 1967 में 1.32 लाख रुपए में खरीदी थी। ईटी के सूत्रों के अनुसार, इस घर की उत्तराधिकारी जया की करीबी शशिकला होंगी। जयललिता के स्वामित्व में तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले के जीदीमेतला गांव में 14.50 एकड़ की जमीन है। इसके अलावा तमिलनाडु के कांचीपुरम में 3.43 एकड़ की भूमि है। जयललिता ये तेलंगाना वाली जमीन अपनी मां संध्या के साथ 1968 में, तथा कांचीपुरम वाली जमीन 1981 में खरीदी थी। जयललिता चार व्यापारिक बिल्डिंगों की मालकिन थीं। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक बिल्डिंग, जयललिता के ‘दत्तक पुत्र’ और शशिकला के भतीजे वीएन सुंदरम के नाम होगी। उनके नाम पर दो टोयोटा प्राडो एसयूवी, एक टेंपो ट्रेवलर, एक टेंपो ट्रैक्स, एक महिंद्रा जीप, 1980 मॉडल की एम्बेसडर कार, एक महिंद्रा बोलेरो, एक स्वराज माजदा मैक्सी और एक 1990 मॉडल की कंटेसा है। 9 वाहनों की कुल कीमत करीब 42,25,000 रुपए है।
सोने के आभूषणों के विषय में जयललिता ने कहा था कि 21,280.300 ग्राम की कीमत आंकी नहीं जा सकती क्योंकि आय से अधिक संपत्ति मामले में यह सोना कर्नाटक सरकार के खजाने में जमा है। जयललिता ने चुनावी हलफनामे में 1,250 किलो चांदी होने की घोषणा की थी, जिसकी कीमत 3,12,50,000 रुपए आंकी गई थी।