एजेंसी. ढाका : बांग्लादेश में ईद के दौरान ईदगाह के गेट के पास हमला करने वाले हमलावर भारतीय मुस्लिम धर्मगुरू जाकिर नाईक से प्रभावित थे। इस तरह की बातें हमले के बाद सामने आ रही हैं। हालांकि इस मामले में जाकिर नाइक सामने आए हैं। नाइक ने कहा कि उनकी बातों का गलत अर्थ निकाल लिया गया। उनका कहना था कि प्रत्येक मुस्लिम को आतंकी होना चाहिए। जिससे वे असामाजिक तत्वों के मन में डर पैदा करें। उनका इस तरह का अर्थ नहीं था कि प्रत्येक मुस्लिम आतंकी ही बन जाए।
नाइक द्वारा कहा गया कि सिंगापुर में ओसामा को लेकर जो बयान दिया गया। उस बयान को बदला गया था। नाइक ने कहा कि न तो ओसामा मेरा दुश्मन था और न ही दोस्त था। वे उसे जानते नहीं हैं। हालांकि ढाका के आतंकी हमले के हमलावर ने कहा कि वे जाकिर नाइक से प्रभावित नहीं थे। इस तरह की बातों का गलत अर्थ निकाला गया। इस मामले में उन्होंने कहा कि यह बेतुका बयान है।
उनका कहना था कि वे आतंकवाद को बढ़ावा देने में लगे हैं। इस तरह की बात बिल्कुल भी नहीं है। जाकिर नाइक ने यह भी कहा कि इस तरह के लोगों का वे विरोध कर रहे हैं। गैर मुस्लिमों को मारने से जन्नत मिलेगी। वे स्वयं भी इन सभी बातों का विरोध कर रहे हैं जाकिर नाइक ने यह भी कहा कि गृहमंत्रालय इन बातों का स्वागत करता है कि वे हर बयान की जांच जरूर कर लें। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू द्वारा यह भी कहा गया कि भारत जाकिर पर प्रतिबंध लगा सकता है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि भारत गैरकानूनी गतिविधि निरोध अधिनियम अनलाॅफुल एक्टिविटीज प्रेवेंशन एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई कर सकता है। रिजिजू ने यह भी कहा कि भारतीय गृहमंत्रालय धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा देने वाले माध्यमों पर ध्यान रखने की योजना बना रहा है। भारत हेतु बाग्लादेश की सुरक्षा अधिक आवश्यक है। यदि बांग्लादेश की ओर से इस तरह की मांग की जाती है तो उसे गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। गौरतलब है कि जाकिर के एक कार्यक्रम में वर्ष 2012 में मध्य्रपदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने जाकिर का समर्थन किया था।