दिल्ली हिंसा में आरोपी बनाए गए जिस आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन की तलाश दिल्ली पुलिस कर रही थी. उस ताहिर हुसैन को अब गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तारी से पहले आजतक से बात की और अपना पक्ष सामने रखा.
देश की राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा में आरोपी बनाए गए आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया गया है. कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचे ताहिर हुसैन को कोर्ट परिसर में ही गिरफ्तार कर लिया गया. इससे पहले आजतक से बात करते हुए ताहिर हुसैन ने कहा कि मैं पूरी तरह से बेकसूर हूं और खुद दंगा पीड़ित हूं. ताहिर हुसैन ने बताया कि वो और उनका परिवार खुद दंगाईयों से जान बचाकर भागे थे और इसके बारे में पुलिस को भी जानकारी दी गई थी.
आजतक संवाददाता पूनम शर्मा से एक्सक्लूजिव बात करते हुए ताहिर हुसैन ने कहा कि वह सरेंडर करने जा रहे हैं, वो उम्मीद करते हैं कि जांच निष्पक्ष होगी. 24 तारीख को मैं अपने परिवार के साथ निकला था, पुलिस वहां पर मौजूद थे और उसके बाद उस बिल्डिंग से कोई मतलब नहीं है. पुलिस ने उस बिल्डिंग को अपने कब्जे में ले लिया था, लेकिन जिस घटना की बात की जा रही है 25 तारीख की है.
‘कपिल मिश्रा ने रची मेरे खिलाफ साजिश’
दिल्ली हिंसा में पुलिस ने ताहिर हुसैन के खिलाफ हिंसा भड़काने का केस दर्ज किया. भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए ताहिर हुसैन ने बताया कि हिंसा की वजह से मेरी जिंदगी तबाह हुई, क्योंकि मैं आम आदमी पार्टी का सदस्य था और नाम भी ताहिर हुसैन था इसलिए साजिश के तहत फंसाया गया.
उन्होंने कहा कि हमारा पुराना साथी जो कपिल मिश्रा रहे हैं, उनका ही इसमें कोई खेल रहा है. मेरे खिलाफ जिस तरह साजिश रची गई, जब मैं 24 को वहां से निकल गया तो 25 तारीख की घटना में मेरा नाम कैसे आ रहा है. बता दें कि कपिल मिश्रा जब आम आदमी पार्टी में थे, तब ताहिर हुसैन उनके साथ ही काम करते थे.
वायरल वीडियो को लेकर ताहिर हुसैन ने कहा कि उस वीडियो में मैं हूं, लेकिन वो 24 तारीख का वीडियो है जब वहां दंगाई आए थे और वो डंडा लेकर उनको वहां से भगा रहे थे. AAP नेता ने कहा कि तब उन्होंने पुलिस को भी फोन किया था, जो नुकसान वाली वारदात है 25 तारीख की है.
24 तारीख की रात को मैंने पुलिस को बार-बार फोन किया था और जान बचाने को कहा था. सोशल मीडिया के जरिए मेरे खिलाफ दुष्प्रचार किया गया था.
‘अंकित की मौत से दुखी, पुलिस करे पूरी जांच’
अपने घर को लेकर ताहिर हुसैन ने बताया कि मेरा घर जहां पर है वहां दोनों पक्ष के लोग रहते हैं, मैंने 24 तारीख को पुलिस को फोन कर मदद मांगी थी. तब पुलिस काफी लेट आई थी और उन्होंने ही मुझे परिवार के साथ वहां से निकाला था. पुलिस ने मेरे घर की तलाशी ली थी, जब मैंने कहा था कि तब भी मैंने इस डर को बताया था कि उनके घर का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है.
इंटेलिजेंस ब्यूरो के अंकित शर्मा की हत्या पर भी ताहिर हुसैन ने बात की. ताहिर हुसैन ने कहा कि अंकित की मौत से मैं दुखी हूं और परिवार के दुख में शामिल हूं. 24 की रात को तो घर पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया था, लेकिन ये मामला 25 तारीख का है. ऐसे में पुलिस की जांच से पता लगेगा कि ये घटना कैसी हुई, क्योंकि वहां मेरा परिवार या मैं नहीं था, 25 तारीख को हुई घटना में सिर्फ वहां पर दंगाई थे जो किसी भी धर्म के हो सकते थे.