शिव भक्तों के लिए सावन माह सभी महीनों में सबसे पवित्र माह होता है, इसलिए इस माह को भगवान शिव की उपासना के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। सावन के इस पावन महीने में भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। माना जाता है कि सावन में भगवान शिव की विधिवत पूजा-उपासना और मंत्र सिद्धि करने से जीवन की सभी मनोकामनाओं को बहुत सरल तरीके से पूरा किया जा सकता है। सावन शिवरात्रि के इस पावन अवसर पर ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ. आरती दहिया से जानते हैं उन प्रभावशाली मंत्रों के बारे में, जिनका जाप करने से व्यक्ति को पुत्र प्राप्ति, सुख, संपदा, आरोग्य, सफलता और अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
1. पुत्र प्राप्ति का मंत्र
ऊं देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते।
देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:।।
यह मंत्र एक लाख बार जपने से सिद्ध होता है। मंत्र को रुद्राक्ष की माला से जपना चाहिए। ऐसे करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है और बाद में वह माला भगवान शिव को अर्पित कर देनी चाहिए।
2. आरोग्य रहने का मंत्र
माम् भयात् सवतो रक्ष श्रियम् सर्वदा।
आरोग्य देही में देव देव, देव नमोस्तुते।।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
3. जीवन में धन संपदा पाने के लिए
ॐ हृौं शिवाय शिवपराय फट्।।
यह मंत्र यदि स्फटिक की माला पर 11000 बार किया जाए तो, जीवन सुख समृद्धि से भर जाता है।
4. शत्रु को परास्त करने के लिए
ॐ मं शिव स्वरुपाय फट्।।
यह मंत्र जाप यदि रुद्राक्ष की माला पर सवा लाख लाख बार किया जाए, तो आपके जीवन से शत्रु परास्त हो कर दूर हो जाते हैं।
5. किसी भी कार्य में सफलता प्राप्ति के लिए
ॐ नमः शिवाय।।
यह मंत्र यदि रुद्राक्ष की माला पर रोजाना 108 बार किया जाए तो विशेष लाभ प्राप्त होता है।
6. अकाल मृत्यु से मुक्त
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
यह मंत्र यदि रुद्राक्ष की माला पर 11,000 बार किया जाए, तो आपको अकाल मृत्यु से मुक्ति मिलती है।