राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पुलवामा के रहने वाले एक पिता-बेटी को गिरफ्तार किया है। दोनों पर बीते साल 14 फरवरी को सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले में शामिल सुसाइड बाम्बर आदिल अहमद दर, शाकिर मागरे और जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर्स को पनाह देने का आरोप है। बता दें कि मागरे को बीते सप्ताह ही आदिल की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एनआईए के एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि हमले के दिन मागरे ने अहमद की कार चलाई थी लेकिन वह हमले की जगह से 500 मीटर पहले उतर गया था। इससे मालूम पड़ता है कि वह हमले में कितनी करीबी से शामिल था।
बता दें कि डार ने खुद को पुलवामा के इस हमले में उड़ा लिया था। घटना के तुरंत बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली। इस घटना ने देश को ऐसे झकझोरा कि सबके जुबान पर इसके बदले की बात आ गई। सभी आतंकियों से बदले की बात कर रहे थे। मीडिया और सोशल मीडिया से सरकार पर दबाव बन रहा था। हर नागरिक, सिविल सोसाइटी और विपक्ष सरकार को आतंकवादियों और उसके आका पाकिस्तान से बदला लेने के लिए कह रहा था। फिर आखिरकार ऐसा हुआ भी। भारतयी सेना ने पुलवामा हमले के ठीक 12 दिन बाद आतंकियों पर हमला किया।
पुलवामा हमले के ठीक 12 दिन बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान स्थित बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद कै ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर दिया। इस एयरस्ट्राइक में भारतीय वायुसेना ने इतनी बमवर्षा की कि उसके आतंकी ठिकाने पूरी तरह से ध्वस्त हो गए और करीब 300 आतंकवादी मारे गए। इस तरह से भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में आतंकी शिविरों को नेस्तनाबूत कर पुलवामा अटैक का बदला ले लिया। इन दो घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी खूब बढ़ गई। बता दें कि भारत ने पुलवामा अटैक में शामिल सभी आतंकवादियों को भी धीरे-धीरे मार गिराया।