प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाइम पर्सन ऑफ द ईयर का ऑनलाइन रीडर्स पोल जीत लिया है। उन्होंने दुनियाभर के कई नेताओं, कलाकारों और अन्य हस्तियों को पछाड़ा है। हालांकि अंतिम फैसला मैगजीन के एडिटर्स करेंगे और इसका एलान सात दिसंबर को किया जाएगा। रविवार (4 दिसंबर) रात को समाप्त हुई वोटिंग में 18 प्रतिशत लोगों ने मोदी के पक्ष में वोट डाला। उनके बाद बराक ओबामा, डोनाल्ड ट्रंप और विकीलीक्स के जूलियन असांजे को पीछे छोड़ा। इन तीनों को सात-सात प्रतिशत वोट मिले। हिलेरी क्लिंटन को चार और मार्क जकरबर्ग को दो प्रतिशत लोगों ने हां कहा। पोल कराने वाले एपस्टर के अनुसार वोटिंग के दौरान वरीयता देने में अंतर देखने को मिला है। मोदी को भारत के साथ ही अमेरिका के राज्य कैलिफॉर्निया और न्यूजर्सी में वोट मिले हैं।
इस रेस में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, अमेरिका की जिम्नास्ट साइमन बाइल्स, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और गायिका बेयोंसे नोल्स भी शामिल है। मैगजीन के अनुसार भारतीय प्रधानमंत्री ने हाल के दिनों में 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया और पेरिस क्लाइमेट समझौते पर दस्तखत किए हैं। इसके चलते मोदी की लोकप्रियता बढ़ी है। मैगजीन ने बताया, ”ऐसे व्यक्ति या व्यक्तियों को चुना जाएगा, जिन्होंने हमारी जीवन को सही या गलत रूप से प्रभावित किया है और वे उससे जुड़े हुए हैं जो इस साल हमारे लिए अहम था।”
साल 2010 में फेसबुक के सह संस्थापक मार्क जकरबर्ग, 2011 में दुनियाभर में हुए प्रदर्शनों में शामिल हुए लोगों को, 2012 में बराक ओबामा, 2013 पोप फ्रांसिस, 2014 में इबोला बीमारी से लड़ने वाले लोग और 2015 में जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल को चुना गया था। पीएम मोदी साल 2014 और 2015 में भी इस रेस में थे। साल 2014 में तो वे दूसरे पायदान पर रहे थे। टाइम पत्रिका 1927 के बाद से उस व्यक्तित्व को ‘पर्सन ऑफ दि ईयर’ चुनती आयी है जिसने साल भर में ‘बेहतरी या बदतरी के लिए’ ‘खबरों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया।’