प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय से मुलाकात की और कहा कि उनकी मुलाकात शानदार रही, जो दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करेगी. मोदी फलस्तीन सहित पश्चिम एशिया के तीन देशों की यात्रा के प्रथम चरण में शुक्रवार को जॉर्डन पहुंचे.
मोदी ने शाह के साथ बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘‘जार्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय के साथ एक शानदार बैठक हुई. हमारी चर्चा भारत -जार्डन द्विपक्षीय संबंधों को काफी मजबूती प्रदान करेगी.’’ बैठक के दौरान मोदी ने शाह से कहा कि वह उनसे फरवरी के अंत में भारत की यात्रा करने की आशा करते हैं.
इस बीच, शाह ने बैठक को द्विपक्षीय संबंधों में एक नये अध्याय की शुरूआत बताया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री ने फलस्तीन की अपनी यात्रा को सुगम बनाने के लिए दिए गए सहयोग को लेकर धन्यवाद दिया है.’’ कुमार ने शाह को गले लगाते हुए प्रधानमंत्री की एक तस्वीर भी ट्वीट की.
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे संबंधों को जाहिर करते हुए दोस्तों का गर्मजोशी से एक दूसरे से गले लगाना ! अम्मान आने के शीघ्र बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जार्डन के शाह के साथ एक बहुत ही सौहाद्रपूर्ण मुलाकात हुई.’’ मोदी के यहां पहुंचने पर जार्डन के प्रधानमंत्री हानी अल मुल्की ने उनकी अगवानी की.
कुमार ने बताया कि जार्डन की मोदी की यह प्रथम यात्रा है और पिछले 30 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की भी यह प्रथम यात्रा है. भारत और जार्डन के 1950 में राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद से दोस्ताना संबंध हैं.
मोदी शनिवार को फलस्तीन के लिए रवाना होंगे जहां राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ उनकी चर्चा होने का कार्यक्रम है. वह फलस्तीनी अवाम और वहां के विकास के लिए भारत के सहयोग को भी दोहराएंगे. फलस्तीन की यात्रा करने वाले मोदी प्रथम प्रधानमंत्री होंगे. यूएई में वह उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री एवं दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम तथा अबू धाबी के शहजादा शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयन के साथ बैठकें करेंगे. मोदी दुबई में वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट के छठे सत्र को संबोधित करेंगे, जहां भारत एक मेहमान देश है.
मोदी ने कहा कि यात्रा के दौरान वह भारत में असीम आर्थिक अवसरों को लेकर दुबई में यूएई और अरब जगत के प्रमुख सीईओ से बातचीत करेंगे. साथ ही इस बारे में संभावना भी तलाशने की कोशिश करेंगे कि व्यापारिक सहयोग को बढ़ाने के लिए और क्या किया जा सकता है. उन्होंने ओमान को एक करीबी समुद्री पड़ोसी बताया जिसके साथ भारत शानदार संबंध रखता है. मोदी ने कहा कि अपनी यात्रा के आखिरी चरण में 11 – 12 फरवरी को वह बतौर प्रधानमंत्री पहली बार इस देश का दौरा करेंगे और ओमान के सुल्तान तथा अन्य नेताओं के साथ वार्ता करेंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि आर्थिक और कारोबारी संबंध मजबूत करने के लिए वह ओमान के प्रमुख कारोबारियों से भी बातचीत करेंगे. उन्होंने कहा कि 11 फरवरी की शाम वह ओमान के सुल्तान से मिलेंगे.