मुंबई के एक परिवार ने दो लाख करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति का खुलासा किया है। हालांकि आयकर विभाग ने इस खुलासे को खारिज कर दिया है और जांच शुरू कर दी है। मुंबर्इ के चार लोगों के परिवार ने यह खुलासा किया था। आयकर विभाग के अनुसार, जरूरी जांच के बाद सामने आया कि जिन लोगों ने संपत्ति का खुलासा किया वे संदिग्ध हैं। साथ ही अंदेशा है कि शायद इन लोगों का दुरुपयोग किया गया हो। इस रकम का खुलासा करने वाले परिवार के सदस्यों के नाम अब्दुल रज्जाक मोहम्मद सैयद(खुद), मोहम्मद आरिफ अब्दुल रज्जाक सैयद(बेटा), रूखसाना अब्दुल रज्जाक सैयद (पत्नी) और नूरजहां मोहम्मद सैयद(बेटी) हैं। यह परिवार मुंबई के ब्रांदा इलाके में रहता है। परिवार के तीन सदस्यों के पैन कार्ड अजमेर के पते पर बने हैं। इसी साल सितंबर में ये लोग मुंबई आएं थे।
इससे पहले अहमदाबाद के रहने वाले महेशकुमार चंपकलाल शाह ने 13860 करोड़ रुपये की संपत्ति का एलान किया था। शाह को तीन दिसंबर को आयकर विभाग ने हिरासत में ले लिया था। मुंबई और अहमदाबाद में किए गए खुलासों की जांच की जा रही है और यहां की रकम को एक अक्टूबर को जारी किए गए आंकड़ों में शामिल नहीं किया गया था। सरकार की ओर से एक अक्टूबर को बताया गया था कि 65250 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति का खुलासा हुआ है। बाद में इसमें सुधार कर आंकड़ा 67382 करोड़ रुपये बताया गया था। केंद्र सरकार ने अघोषित आय का ख्ुालासा करने के लिए योजना शुरू की थी।
इस योजना के तहत 30 सितंबर तक सरकार को 45 प्रतिशत टैक्स देकर अघोषित आय घोषित की जा सकती थी। इसके तहत अघोषित आय पर टैक्स चुकाने के बाद आय की स्वैच्छिक करने वाले पर आयकर विभाग की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं होनी थी। गुजरात के कारोबारी महेश शाह ने योजना के आखिरी दिन 13 हजार करोड़ रुपये अघोषित आय की जानकारी आयकर विभाग को दी थी। शाह को टैक्स की 975 करोड़ रुपये की पहली किश्त 30 नवंबर तक चुकानी थी। जब आयकर विभाग ने जांच की तो पाया कि शाह ने अहमदाबाद के कई बड़े कारोबारियों के कालेधन को अपना बताकर आय की स्वैच्छिक घोषणा के तहत घोषित किया था। बाद में उन्होंने बताया कि कमीशन के लालच में इस रकम को अपना बताया था। वे आयकर विभाग के सामने वास्तविक लोेगों के नामों का खुलासा करेंगे।