लंदन: दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी और छह बार की चैंपियन सेरेना विलियम्स ने गैरवरीय रूसी खिलाड़ी इलेना वेसनिना को केवल 48 मिनट में करारी शिकस्त देकर विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनायी , जहां उनकी भिड़ंत जर्मनी की एंजेलिक कर्बर से होगी । ओपन युगल में 22 ग्रैंडस्लैम जीतने के रिकार्ड की बराबरी करने की कवायद में लगी 34 वर्षीय सेरेना ने अपनी 50 वीं रैकिंग की प्रतिद्वंद्वी को 6-2, 6-0 से हराया। मौजूदा चैंपियन अब फाइनल में चौथी वरीय केरबर से भिड़ेंगी जिसने इस अमेरिकी खिलाड़ी की बड़ी बहन और पांच बार की चैम्पियन वीनस को दूसरे सेमीफाइनल में 71 मिनट में 6-4, 6-4 से शिकस्त दी। सेरेना इस साल जनवरी में आस्ट्रेलियाई ओपन में केरबर से हार गयी थी, जिससे जर्मनी की इस खिलाड़ी ने अपना पहला ग्रैंडस्लैम खिताब जीता था। अब केरबर दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी के रिकार्ड 22 वें ग्रैंडस्लैम खिताब की बराबरी हासिल करने में रूकावट पैदा करने की कोशिश करेगी। सेरेना फ्रेंच ओपन में गर्बाइन मुगुरूजा से हार गयी थी।
अपना 32 वां ग्रैंडस्लैम सेमीफाइनल खेल रही सेरेना ने सेंटर कोर्ट पर अपनी प्रतिद्वंद्वी वेसनिना पर शुरू से ही हावी हो गयी। तब प्रिंस विलियम की पत्नी केट भी रायल बाक्स से उनका मैच देख रही थी। सेरेना ने 11 ऐस और 28 विनर्स जमाये और अपनी तरफ से केवल सात गलतियां की। उन्होंने पांच बार वेसनिना की सर्विस तोड़ी और 28 वीं बार ग्रैंडस्लैम फाइनल में जगह बनायी.सेरेना ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं। मैं वास्तव में आज पूरी तरह से एकाग्र होकर खेली। इससे पहले हमने कुछ कड़े मैच खेले थे और मैं जानती थी कि इस कोर्ट पर भी वह हावी सकती है हो। मैच आसान नहीं था। आपको हर अंक के लिये जूझना पड़ता है। ‘ उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मैं यहां फाइनल में पहुंच गयी हूं। इस साल अभी तक मैं कोई ग्रैंडस्लैम नहीं जीत पायी और इसलिए यहां जीतने के लिये प्रतिबद्ध हूं। ‘ सेरेना ने 29 वर्षीय रूसी खिलाड़ी वेसनिना पर शुरू में ही 4-0 की बढ़त हासिल कर ली थी। वेसनिना ने इसके बाद दो अंक बनाये लेकिन सेरेना ने सातवें ऐस से 28 मिनट में सेट अपने नाम कर दिया। दूसरा सेट तो केवल 20 मिनट में ही सेरेना ने अपने नाम करके मैच जीत लिया। उन्होंने पहले, तीसरे और पांचवें गेम में ब्रेक प्वाइंट लिया। केरबर ने वीनस को हराने के बाद कहा, ‘वीनस यहां इतनी बार खिताब जीत चुकी हैं और अच्छा खेल रही थी। इसलिये मैं बहुत खुश हूं कि मैं अपने पहले विम्बलडन फाइनल में पहुंची। यह बहुत अच्छा अहसास है। मैं अपने टेनिस का लुत्फ उठा रही हूं। ‘