जेडीयू के बागी नेता और पूर्व सांसद शरद यादव ने सोमवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से बिरसा मुंडा जेल में मुलाकात की. चारा घोटाले के दो मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद लालू इस वक्त जेल की सजा काट रहे हैं.
जेल के अंदर शरद यादव और लालू प्रसाद के मुलाकात को लेकर भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कड़ा एतराज़ जताया है. सुशील मोदी ने शरद यादव से सवाल पूछा है कि भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद लालू प्रसाद यादव से जेल के अंदर मिलना कहां का शिष्टाचार है?
सुशील मोदी ने कहा कि चाहे वह 1000 करोड़ रुपए के चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव हो या फिर नाबालिग से बलात्कार के मामले में जेल में बंद आरजेडी विधायक राजबल्लभ यादव, ऐसे लोगों से अगर कोई जेल में जाकर मुलाकात करता है तो वह व्यक्ति या तो इनके अपराधिक आचरण का समर्थन करता है या अदालत के फैसले का अपमान करता है.
शरद यादव पर हमला करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि उन्हें भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का साथ देना चाहिए था. मगर इसके बजाय वह जेडीयू से बगावत करके रांची जेल में लालू प्रसाद के पास हाजिरी लगाकर उनके प्रति वफादारी साबित करने में लगे हैं.
सुशील मोदी ने कहा कि एक वक्त जेल से सरकार चलाने वाले लालू प्रसाद अब जेल में रहकर बिहार में अराजकता फैलाना चाहते हैं.
वहीं दूसरी तरफ शरद यादव और लालू प्रसाद की मुलाकात को लेकर तरह-तरह के कयास भी लगाए जाने लगे हैं.
एक कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता रद्द हो जाने के बाद वह फिर से राज्यसभा में जाने की कोशिश कर रहे हैं और इसके लिए हुआ आरजेडी का समर्थन चाहते हैं.