नई दिल्ली। पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को इतनी सफलता पूर्वक यूं ही नहीं अंजाम तक पहुंचाया गया। इसके पीछे भारतीय सेना की कई दिनों की मेहनत और एक बेहद तेज दिमाग काम कर रहा था। तेज दिमाग वाला ये शख्स एक नहीं, कई बार पाक के दांत खट्टे कर चुका है। ये शख्स है पीएम मोदी के बेहद खास उनके जेम्स बांड एनएसए अजीत डोभाल।
सूत्रों के मुताबिक उरी हमले के बाद जो एक के बाद एक उच्च स्तरीय बैठक हुई उसमें यही मंथन हुआ कि आखिर पाकिस्तान के खिलाफ क्या कदम उठाया जाए और किस तरह से उसे अंजाम दिया जाए। इसके बाद सबकी निगाहें एक ऐसे शख्स पर थी जो पहले भी दुश्मनों के दांत खट्टे कर चुका था। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पर सभी कि नजरें थीं।
फैसला हुआ कि सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए आतंकवादी कैंपों को खत्म किया जाएगा और ये सर्जिकल स्ट्राइक जल्द करनी होगी, क्योंकि पाकिस्तानी सेना भी उरी हमले के बाद सतर्क होती दिखाई दे रही है और आतंकी कैम्प शिफ्ट हो रहे हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल अच्छी तरह से जानते थे कि अगर इस सर्जिकल ऑपरेशन में कोई गड़बड़ी हुई तो पाकिस्तान की तरफ से जवाबी कार्रवाई का मतलब युद्ध हो सकता है। लेकिन अजीत डोभाल की रणनीति फेल हो जाए ये असंभव है। उन्होंने तमाम सुरक्षा एजेंसियों और भारतीय सेना के साथ मिल-बैठकर ये रणनीति बनाई, जिससे पाकिस्तान को चोट भी लगी और वो रो भी नहीं पा रहा।