Thursday , February 6 2025

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में सोमवार की सुबह 3 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस हुआ

अधिकारियों ने बताया कि कहीं से जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है. शिमला मौसम विभाग केन्द्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि सुबह नौ बजकर ग्यारह मिनट पर आये भूकंप की तीव्रता तीन मापी गई.

उन्होंने बताया कि भूकंप का केन्द्र किन्नौर से उत्तर-पश्चिम में पांच किलोमीटर की गहराई में था. भूकंप का झटका आसपास के क्षेत्रों में भी महसूस हुआ. किन्नौर सहित हिमाचल प्रदेश का ज्यादातर इलाका भूकंप प्रभावित क्षेत्र में आता है. यहां अकसर भूकंप के हल्के झटके महसूस होते हैं.

बता दें कि इससे पहले भारत के छह राज्यों में 12 सितंबर को पांच घंटे के अंदर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. बिहार, असम झारखंड, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में भूकंप आया था. भूकंप के झटके महसूस होने पर इन राज्‍यों में लोग इमारतों से बाहर निकल आए और दहशत फैल गई. इसमें कोई जनहानि नहीं हुई थी.

क्यों आता है भूकंप? 

धरती की ऊपरी सतह 7 टेक्टोनिक प्लेटों से मिल कर बनी है. जहां भी ये प्लेटें एक दूसरे से टकराती हैं वहां भूकंप का खतरा पैदा हो जाता है. भूकंप तब आता है जब ये प्लेट्स एक दूसरे के क्षेत्र में घुसने की कोशिश करती हैं. इस दौरान कई बार धरती फट तक जाती है, कई बार हफ्तों तो कई बार कई महीनों तक ये ऊर्जा रह-रहकर बाहर निकलती है और भूकंप आते रहते हैं, इन्हें आफ्टरशॉक कहते हैं.

क्या न करें?

अगर आप भूकंप के झटके महसूस कर रहे हैं तो घबराने की बजाए होशियारी से फैसला लें. अगर घर से बाहर हैं तो ऊंची बिल्डिंग और पोल के पास न खड़े हों. जर्जर बिल्डिंग के पास बिल्कुल भी खड़ा न हों. किसी ऐसे सड़क या पुल से ना गुजरें जो कमजोर हो. अगर संभव हो तो मजबूत टेबल के नीचे सिर छिपाकर बैठ जाएं. इस दौरान घर में भी कांच की खिड़कियों से दूर रहें. इन तमाम उपायों के बावजूद अगर आप कहीं फंस जाते हैं तो सीटी बजाकर या चिल्लाकर मदद के लिए आवाज लगाएं.

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