सूत्रों ने कहा कि पूरे घटनाक्रम की जांच पूरी होने के बाद उनकी इस्लामाबाद वापसी के बारे में फैसला किया जाएगा. फिलहाल तीनों अधिकारियों से संबंधित अफसर पूछताछ कर रहे हैं ताकि आईएसआई की साजिश के बारे में और अधिक ब्योरा मिल सके. आईएसआई ने पहले भी संवेदनशील जानकारी पाने की फिराक में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को मोहपाश में फंसाने के लिए इस तरह के प्रयास किये हैं. इस बारे में जब विदेश मंत्रालय से संपर्क किया गया तो कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली.