ई दिल्ली। पीएम मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में 500-1000 नोट पर बैन लगा दिया। सरकार की ओर से आए इस फैसले से जहां आम जनता हैरान रह गई है वहीं दूसरी उन लोगों के सीने पर गाज गिर गई है जो हर चीज के लिए कैश मांगते थे।
अर्थ के जानकारों ने कहा कि भारत सरकार के इस अचानक फैसले से लोगों को थोड़ी परेशानी जरूर हुई है लेकिन ये फैसला देश हित में ध्यान करके लिया गया है जिसका सबसे बड़ा फायदा देश की गरीब कौम, मिडिल क्लास और नौकरी पेशा लोगों को मिलेगा। इसके जो दो सबसे बड़े फायदे बताए जा रहे हैं वो हैं रियल एस्टेट की कीमतों में गिरावट और उच्च शिक्षा में मदद ।
क्योंकि काले धन का सबसे ज्यादा प्रयोग भारत में लोग प्रापर्टी खरीदने में लगाते हैं जिससे रियल स्टेट की कीमत में भारी इजाफा होता है लेकिन अब ऐसा हो नहीं पाएगा जिससे सीधा फायदा आम लोगों को होगा। इसके साथ ही हायर एजुकेशन भी ऐसा क्षेत्र है, जहां भ्रष्टाचार में लिप्त लोग अपनी पूंजी लगाते हैं। कैपिटेशन फीस के चलते उच्च शिक्षा आम लोगों की पहुंच से दूर हो चुकी है लेकिन अब ऐसा हो नहीं पाएगा। यही नहीं इससे महंगाई पर भी लगााम लगेगी।