उत्तर प्रदेश में भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल ने वाराणसी की दो सीटों सहित पूर्वांचल में अपने चार प्रत्याशी उतारकर आज भाजपा को तगड़ा झटका दिया है। अपना दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता ब्रजेंद्र प्रताप सिंह ने पूर्वांचल की चार सीटों पर प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है। वाराणसी के सेवापुरी से नील रतन सिंह पटेल तथा रोहनिया से उदय सिंह पटेल सहित मिर्जापुर की चुनार विधानसभा से अनिल सिंह पटेल व मडिहान से शिवकुमार सिंह उर्फ पिंटू पटेल को प्रत्याशी घोषित किया है।
वहीं भाजपा ने रोहनिया से सुरेन्द्र सिंह औढे, चुनार से पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह के पुत्र अनुराग सिंह तथा मडिहान से रमाशंकर पटेल को पहले से ही प्रत्याशी घोषित किया है। सिर्फ सेवापुरी सीट पर भाजपा ने अभी तक प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।
गौरतलब है कि बीजेपी ने समझौते के बावजूद सोरांव सीट पर आख़िरी वक्त पर अपना भी उम्मीदवार खड़ा कर दिया तो बदले में मंत्री अनुप्रिया पटेल की पार्टी ने भी बुधवार की रात को चार ऐसी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं, जो समझौते में बीजेपी को मिली हैं और बीजेपी ने इन सीटों पर पहले ही अपने प्रत्याशियों के नाम का एलान भी कर रखा है।
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के तहत आने वाली दो विधानसभा सीटों पर भी अपना दल की तरफ से बीजेपी के खिलाफ उम्मीदवार खड़े करने के एलान से साफ़ है कि मामला अब बेहद गंभीर हो चुका है और अगर अगले कुछ घंटों में सुलह का कोई फार्मूला नहीं निकला तो गठबंधन टूट भी सकता है।
इस बारे में अपना दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कल ही यूपी बीजेपी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य पर गंभीर आरोप लगाए थे। कहा यह गया था कि इलाहाबाद की सोरांव सीट को उन्होंने बेवजह अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है और जानबूझकर अपना दल को मिली सीट पर उसके घोषित प्रत्याशी के सामने अपने एक करीबी को बीजेपी का उम्मीदवार घोषित किया है।
मंत्री अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल ने धमकी दी है कि अगर बीजेपी ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया तो वह लोग और भी सीटों पर बीजेपी के खिलाफ अपने उम्मीदवार खड़े करेंगे और बीजेपी के साथ दोस्ताना लड़ाई लड़ेंगे।