वहां उन्होंने कुछ ऐसा बयान दे दिया जिसके बाद वह राजनैतिक विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं. राजनैतिक दल उनके बयान की निंदा कर रहे हैं. आपको बता दें कि सुशील मोदी ने पितृपक्ष कार्यक्रम के मंच से अपराधियों से आग्रह करते हुए कहा था, “बिहार के अपराधियों से आग्रह है कि पितृपक्ष के इन 15 दिनों के धार्मिक उत्सव में कोई घटना न करे.” इस बयान के बाद बिहार में राजनैतिक बवाल मचा हुआ है. आरजेडी का कहना है कि बिहार में सरकार के ये दिन आ गए हैं कि बिहार के उप-मुख्यमंत्री अपराधियों को पकड़ने के बजाय उनके सामने आग्रह कर रहे हैं, और अपराध न करने कि गुजारिश कर रहे हैं.
बिहार के पुर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता ट्वीट कर कहा है कि कुछ दिनों में दिलासा मास्टर की कुख्यात जोड़ी डर के मारे अपराधियों के पैर भी पकड़े तो अचंभित नहीं होना. क्योंकि बिहार पुलिस से ज्यादा AK-47 अपराधियों के पास है. गौरतलब है कि कुछ दिनों से बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर हैं. सुशील मोदी के इस बयान ने आरजेडी को बैठे बिठाए एक और मुद्दा दे दिया है.
आपको बता दें कि एक तरफ उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी अपराधियों से गुहार लगा रहे थे तो वहीं मुजफ्फरपुर में उसके कुछ समय बाद पूर्व मेयर की हत्या कर दी गई. सुशील कुमार मोदी एक तरफ गया में अपराधियों से पितृपक्ष में कोई घटना ना करने का आग्रह कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ मुजफ्फरपुर में अपराधियों ने पूर्व मेयर के ऊपर AK- 47 से गोलियां बरसा कर घटना को अंजाम दे रहे थे, जिसमें पूर्व मेयर समीर कुमार की उनके ड्राइवर समेत हत्या कर दी गई.