मोटर वाहन परिचालन से जुड़ी यह बड़ी खबर है। अब ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence) को आधार (Aadhar) नंबर सेजोड़ा जाएगा। इससे एक बार ड्राइविंग लइसेंस जब्त होने पर दूसरा लाइसेंस बनवाना मुश्किल हो जाएगा।
केंद्रीय कानून, सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने पटना में 10वें आधार सेवा केंद्र (Aadhar Service Centre) के उद्घाटन अवसर पर कहा कि ‘आधार’ से भ्रष्टाचार में कमी आई है। अब इसे ड्राइविंग लाइसेंस से जोड़ा जाएगा। इससे लाइसेंस जब्त होने पर दूसरे राज्यों में इसे बनाकर वाहन चलाने की परिपाटी समाप्त हो जाएगी।
डिजिटल पहचानपत्र है आधार
विदित हो कि आधार किसी व्यक्ति का डिजिटल पहचानपत्र है। इसमें अंगुली की रेखाएं व आंखों की पुतलियों के विवरण दर्ज रहते हैं। साथ ही व्यक्ति की पूरी जानकारी रहती है। आधार को ड्राइविंग लाइसेंस से जोड़ने का सीधा अर्थ यह है कि लाइसेंस बनाने के क्रम में उसका वेरिकफकेशन करना आसान हो जाएगा।
पटना में आधार सेवा केंद्र का उद्घाटन
आधार संबंधी सेवाओं के लिए पटनामें शनिवार को आधार सेवा केंद्र का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री ने रविशंकर प्रसाद ने किया। उनके अनुसार देश के 53 शहरों में 114 आधार सेवा केंद्रों की स्थापना होनी है। इनमें पटना में दो केंद्र हैं। पासपोर्ट कार्यालय की तर्ज पर यहां कार्य होगा। एक दिन में एक हजार लोगों का आधार बन सकता है। चाहता हूं कि यह केंद्र भारत में बेहतर कार्य में पहला स्थान प्राप्त करे।