कोसी क्षेत्र के सबसे बड़े जंक्शन सहरसा को एनएसजी-3 का दर्जा दिया गया है। एनएसजी-3 में सहरसा के अलावा 19 स्टेशन शामिल किए गए हैं। रेल मंत्रालय ने देश भर के रेलवे स्टेशनों और हॉल्ट की ग्रेडिंग प्रक्रिया को बदल दिया है।
वित्तीय वर्ष 2016-17 में स्टेशनों से प्राप्त राजस्व और यात्री संख्या को जोड़कर एनएसजी-वन से लेकर एनएसजी-6 और एचजी-वन से लेकर एचजी-3 के नाम से स्टेशनों की ग्रेडिंग की गई है।
पहले स्टेशन से प्राप्त राजस्व के आधार पर ग्रेडिंग ए वन से लेकर ई नाम से की जाती थी। नई ग्रेडिंग में सालाना 63 करोड़ 78 लाख 82 हजार 727 आमदनी, 40 लाख 70 हजार 379 यात्री और रोज 11 हजार 152 यात्री संख्या वाले कोसी क्षेत्र के सबसे बड़े जंक्शन सहरसा को एनएसजी-3 का दर्जा दिया गया है। एनएसजी-3 में सहरसा के अलावा 19 स्टेशन खगड़िया, समस्तीपुर, बरौनी, हाजीपुर, सोनपुर, मोतिहारी, बेतिया, जयनगर, मधुबनी, रक्सौल, दानापुर, राजेंद्रनगर टर्मिनल,आरा, बक्सर, कोडरमा, किउल, डेहरी ऑन सोन, सासाराम को रखा गया है। खगड़िया का सालाना राजस्व 25 करोड़ 56 लाख 29 हजार 13 रुपए, यात्री संख्या 32 लाख 60 हजार 544 और रोजाना यात्री 8933 का आकलन किया गया है।
पूर्व मध्य रेल हाजीपुर जोन के पटना जंक्शन को सिर्फ एनएसजी-वन का दर्जा सालाना 423.78 करोड़ राजस्व, दो करोड़ 66 लाख 84 हजार 800 यात्री व रोज के 73 हजार 109 यात्री संख्या के आधार पर दिया गया है। एनएसजी-2 का दर्जा दरभंगा, मुजफ्फरपुर, पाटलिपुत्रा, गया, धनबाद, मुगलसराय कुल 6 जंक्शन को मिला है।
पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन के सीपीआरओ राजेश कुमार ने कहा कि स्टेशनों के ग्रेडिंग प्रक्रिया की नई लिस्ट रेल मंत्रालय ने जारी कर दी है। इसमें यात्री संख्या और आमदनी का आकलन कर नई ग्रेडिंग की गयी है।