सिरसा। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के अदालत में पेश होने से पहले ही प्रदेश में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं थीं, लेकिन डेरे में इंटरनेट की सेवाएं बहाल रहीं। इसके लिए डेरे के लोगों ने गजब की युक्ति लगाई थी। उन्होंने राजस्थान के एमटीएस कंपनी के टावर की मदद ली।
डेरे से करीब 35 किमी दूर इस टावर पर एक मशीन लगा दी गई और एक मशीन सिरसा डेरे की पानी की टंकी पर लगा दी। पुलिस गिरफ्त में आए डेरे के आइटी विंग के सदस्य प्रवीन ने हरियाणा पुलिस को यह जानकारी दी है। प्रवीन ने ही यह मशीन टावर पर लगाई थी और 23 अगस्त को इसकी टेस्टिंग भी की थी।
प्रवीन ने बताया कि इसके उपकरण पहले ही दिल्ली से ऑनलाइन ऑर्डर से मंगवाए थे। इसके बाद राजस्थान की सीमा के नजदीक स्थित पहले गांव निठराना से रेंज लेने का फैसला किया गया। टावर पर उपकरण लगा दिए गए। पुलिस मोबाइल कंपनी के अधिकारियों की भूमिका की भी जांच कर रही है, उन पर भी कार्रवाई हो सकती है।
कंपनी ने बंद किया टावर
जांच करने पहुंची पुलिस को अब टावर के बंद होने की जानकारी मिली है। इंस्पेक्टर अमित बैनीवाल ने बताया कि पुलिस जब गांव में पहुंची तो ग्रामीणों ने डेढ़ माह पहले कंपनी द्वारा टावर बंद करने की जानकारी दी है। यहां से जनरेटर इत्यादि हटा लिए गए हैं और टावर स को लॉक कर दिया गया है।
हार्ड डिस्क बदलने की भी होगी जांच
डेरा की आइटी विंग ने पेशी से पहले ही दिल्ली से हार्ड डिस्क खरीदी। इन हार्ड डिस्क को पहले चल रही हार्ड डिस्क से डेरा प्रमुख की पेशी से चार दिन पहले बदल दिया गया। पुलिस अब हार्ड डिस्क बदले जाने के कारणों को तलाशने की कोशिश भी कर रही है।
गिरफ्तार गुरदात की निशानदेही पर ट्रैक्टर ट्रॉली बरामद
सिरसा एसआइटी ने गिरफ्तार गुरदात की निशानदेही पर उपद्रव में प्रयुक्त किए गये तीन ट्रैक्टर ट्राली को बरामद किया गया है। एसआइटी के सदस्य इंस्पेक्टर अमित बैनीवाल ने बताया कि इन ट्रैक्टर ट्राली का प्रयोग सिरसा में हिंसा फैलाने के लिए किया गया था। पूछताछ में आरोपित ने बताया इन ट्रैक्टर ट्राली में ही पत्थर व इंटें भरी गई थी। उसने बताया कि पूर्व में ही हिंसा की योजना तैयार कर ईंटें व पत्थर एकत्रित कर लिए गए थे।